samvida job in haldwani : हल्द्वानी में संविदा जॉब ऐसे करें

आज के इस समय में सरकार समय-समय पर हल्द्वानी में संविदा में नौकरी ( samvida job in Haldwani) निकालती रहती हैं जिस पर आप रिप्लाई करके आसानी से जॉब पा सकते हैं , 

बहुत से लोग इंटरनेट पर सर्च करते हैं samvida job पर कैसे लगे तो यह आर्टिकल उन सभी लोगों के लिए बहुत ही अच्छा है।  

इस पूरी आर्टिकल में आपको बताया गया है कि आप कैसे पता कर सकते हैं कि आपके haldwani जिले में कहां-कहां पर हल्द्वानी संविदा जॉब्स में वैकेंसी निकली हुई है जब तक आपको यह पता नहीं होगा कि संविदा में वैकेंसी कहां पर निकली हुई हैं तब तक आप अप्लाई नहीं कर सकते हैं तो इसीलिए सबसे पहले आपको यह जानकारी जुटाने होती है कि किस प्रकार से आपको जल्दी से जल्दी और सटीक नौकरी के बारे में जानकारी मिल सके तो इसीलिए आप इस आर्टिकल को पूरा पढ़ें।

samvida-job

समय - समय पर उत्तर प्रदेश सरकार हल्द्वानी में संविदा में भर्ती निकलती रहती है और जो लोग चाहते हैं की उन्हें गृह जनपद में ही  नौकरी मिल जाये तो बहूत ही अच्छा होगा तो आपको बता दें आप बहूत ही आसानी से अपने जनपद में कहाँ कहाँ नोकरी निकली है यह पता कर सकते हैं। 

नाम :  Haldwani job

योग्यता :  10th, 12th, Graduation 

नौकरी स्थान :   Across Haldwani

उद्घाटन की संख्या :  12

अधिकारिक वेबसाइट : www.haldwani.nic.in

सबसे पहले आपको  हल्द्वानी जनपद की ऑफिशियल वेबसाइट www.haldwani.nic.in  पर जाना होगा जहाँ पर आपको notice का आप्शन मिलेगा जब आप उस आप्शन पर क्लिक करेंगे तो बहाँ आपको recruitment का आप्शन मेलेगा उस पर आपको क्लिक करना है जैसे ही आप उस पर क्लिक करेंगे तब आपके पास बहूत सारी Haldwani में कहाँ कहाँ  samvida job पता चल जायेगा, अगर जॉब नहीं होती हैं तो समझे की जॉब जल्दी ही निकलने बाली है , यहाँ आपको समय समय पर चेक करते रहना है जैसे ही जॉब आती हैं तो आप यहीं से ही  online apply कर सकते है.

दोस्तों आपको बता दें की राज्य सरकार समय समय पर अनेक पदों पर नौकरी के नोटिफिकेशन निकालती रहती है यह सभी नोटिफिकेशन आपको हल्द्वानी जनपद की ऑफिसियल वेबसाइट पर मिल जायेंगे .

 

samvida job in haldwani :

 

 Haldwani samvida job FAQ’s

संविदा नौकरी का मतलब क्या होता है?

वह नौकरी जो अस्थाई हो या कॉन्ट्रैक्ट के आधार पर हो और उसमें एक निश्चित समय सीमा और एक निश्चित वेतन रखा गया हो उसे संविदा नौकरी कहा जाता है. यह नौकरी अस्थाई नौकरी होती है इसमें परमानेंट नौकरी की तरह सुविधाएं और बोनस नहीं दिया जाता है।  

संविदा नौकरी की कुछ मुख्य बातें निम्न प्रकार है-

  • आपको एक निश्चित वेतन मिलता है। आपको सरकार के द्वारा तय एक निश्चित मासिक वेतन दिया जाता है.
  • संविदा नौकरी में आपके वेतन में बढ़ोतरी नहीं होती है।
  • आपको  सरकार द्वारा कुछ शर्तों के साथ अस्थायी तौर पर  नौकरी पर रखा जाता है, एवं तय शर्तों के अनुसार कभी भी नौकरी से हटाया जा सकता है।
  • किसी भी सरकारी कार्यालय में सबसे कम सैलरी संविदा कर्मी की ही होती है और  सबसे अधिक कार्य संविदा कर्मी को ही करता है। 

संविदा की नौकरी कितने साल की होती है?

संविदा पर नौकरी की अवधि के मानक सरकार द्वारा तय किए जाते हैं और सामान्यता संविदा की नौकरी का कार्यकाल 1 साल से लेकर 3 साल के लिए होता है और सरकार समय-समय पर इसका नवीनीकरण करती रहती है.  सरकार द्वारा संविदा पर कर्मचारियों के रिटायरमेंट का कार्यकाल 58 साल तय किया गया है.

संविदा की सैलरी कितनी है?

संविदा नौकरी में सैलरी इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस पद पर कार्य करने वाले हैं या कर रहे हैं और आपको क्या-क्या जिम्मेदारी दी गई हैं संविदा पर भर्ती कराने वाला प्रदेश कौन सा है आप किस राज्य में संविदा कर्मचारियों तौर पर काम करते हैं। इन सभी तथ्यों के आधार पर एक संविदा कर्मचारी की सैलरी तय होती है.

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश में अगर कोई संविदा के आधार पर चतुर्थ श्रेणी  के अंतर्गत चौकीदार की नौकरी कोई करता है तो उस व्यक्ति को लगभग ₹6500 से ₹9500 तक का वेतनमान दिया जा सकता है यह वेतनमान अलग-अलग राज्यों में अलग-अलग हो सकता है. 

वहीं अगर हम किसी संविदा पर कार्यरत क्लर्क की सैलरी की बात करें तो उस कर्मचारी को ₹10000 से लेकर ₹15000 तक की सैलरी सरकार द्वारा प्रदान की जाती है .

संविदा का फुल फॉर्म क्या है?

संविदा का फुल फॉर्म कॉन्ट्रैक्ट (contract) होता है जिसे हम आम भाषा में ठेका पर काम करना कहते हैं. संविदा संविदा नौकरी वह नौकरी होती है जिस पर सशर्त काम करना होता है और एक निश्चित सैलरी एक निश्चित समय के लिए दी जाती है और सर्च के आधार पर किसी भी वक्त नौकरी से निकाला जा सकता है. कानूनी भाषा  में यह शब्द संविदा के अर्थ में ही प्रयुक्त होता है।

क्या सरकारी संविदा कर्मचारी स्थायी बन सकता है?

संविदा कर्मचारी को स्थाई करने का फैसला राज्य सरकारों के ऊपर होता है वह चाहे तो संविदा कर्मचारी को स्थाई भी कर सकती हैं लेकिन संविदा की नौकरी पर लगने से पहले आपसे आवेदन पत्र पर हस्ताक्षर करा लिए जाते हैं कि आप कभी भी स्थाई कर्मचारी बनने के लिए सरकार को बाध्य नहीं कर सकते और सरकार जब भी चाहे और जब चाहे तब आपको इस नौकरी से निकाल सकती है तो सारांश यह है कि संविदा कर्मचारियों को स्थाई करने का फैसला पूर्णता राज्य सरकार के ऊपर होता है. 


संविदा और स्थायी भर्ती में क्या अंतर है?

एक स्थाई कर्मचारी को उसके प्रदर्शन के आधार पर पदोन्नत किया जाता है जबकि संविदा कर्मचारी को कठोर परिश्रम करने के बाद भी पदोन्नति का लाभ नहीं दिया जाता. 

स्थाई कर्मचारी को रिटायरमेंट के बाद ही सेवानिवृत्त किया जाता है जबकि संविदा कर्मचारी को किसी भी वक्त निकाला जा सकता है.

संविदा और स्थायी भर्ती में अंतर निम्नलिखित हो सकते हैं:

  • संविदा भर्ती अस्थायी होती है जबकि स्थायी भर्ती स्थायी होती है।
  • संविदा भर्ती के दौरान काम की अवधि सीमित होती है, जबकि स्थायी भर्ती के दौरान काम की अवधि असीमित होती है।
  • संविदा भर्ती के दौरान कर्मचारी का वेतन अस्थायी होता है, जो समय समय पर बदलता रहता है, जबकि स्थायी भर्ती के दौरान कर्मचारी का वेतन स्थिर होता है।
  • संविदा भर्ती के दौरान कर्मचारी को कुछ विशेष लाभ नहीं मिलते हैं, जबकि स्थायी भर्ती के दौरान कर्मचारी को अधिकतम लाभ मिलते हैं, जैसे कि पेंशन, बीमा, छुट्टी और अन्य लाभ।
  • संविदा भर्ती के दौरान कर्मचारी को नियमित तौर पर नौकरी की सुरक्षा नहीं मिलती है, जबकि स्थायी भर्ती के दौरान कर्मचारी को नौकरी की सुरक्षा मिलती है।
  • संविदा भर्ती के दौरान कर्मचारी का त्योहारों और छुट्टियों का अधिकार सीमित होता है, जबकि स्थायी भर्ती के दौरान कर्मचारी को अधिकतम त्योहारों और छुट्टियों का अधिकार होता है।
  • संविदा भर्ती के दौरान कर्मचारी का काम निश्चित समय के लिए होता है, जबकि स्थायी भर्ती के दौरान कर्मचारी का काम निश्चित समय के लिए नहीं होता है।
  • संविदा भर्ती के दौरान कर्मचारी का काम विशेष योग्यताओं के आधार पर दिया जाता है, जबकि स्थायी भर्ती के दौरान कर्मचारी का काम उनकी योग्यता और पद के लिए आवेदन करने वाले लोगों के आधार पर दिया जाता है।
  • इन अंतरों के अलावा, संविदा भर्ती आमतौर पर सरकारी और निजी संस्थाओं दोनों में होती है, जबकि स्थायी भर्ती आमतौर पर संशोधित नियमों के तहत सरकारी संस्थाओं में होती है।

संविदा कर्मचारियों का भुगतान कैसे किया जाता है?

संविदा कर्मचारियों के भुगतान करने की कुछ शर्तें होती हैं जैसे संविदा कर्मचारी अगर किसी अल्पकालीन परियोजना पर काम कर रहा है तो उस व्यक्ति को साप्ताहिक मासिक वेतन दिया जाता है और सभी वेतन संविदा कर्मचारी के बैंक खाते में ट्रांसफर किए जाते हैं तो संविदा कर्मचारी के पास अपना बैंक अकाउंट होना आवश्यक है.


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